Monday 31 July 2017

आई है दिवाली ...



आई है दिवाली ...

जला   जला   दो चिरागों को
आई है दिवाली ...

फोड़ फोड़ दो पटाकों को
आई है दिवाली ...

बाँट  बाँट दो मिठाईयां
आई है दिवाली ...

सुना सुना दो मधुरित गीतों
आई है दिवाली ...

इक्कठे कर ईनामों को
आई है दिवाली ...

भरे भरे दो खुशियां  मन में
आई है दिवाली ...

उगत गया तारों सारे-
आसमान में चाँद के साथ,

दिखता हैं दीपों की माला,
पूरे पृथ्वी और इंसानों के दिल में l

आई है दिवाली ...
जला जला दो चिरागोँ अच्छी l

-हरि नायर (०१-११-२०१३)

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